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[2024] Pearl Farming Business Plan : मोती फॉर्मिंग बिजनेस, जाने इन्वेस्टमेंट, प्रॉफिट

नमस्कार दोस्तों स्वागत है हमारे वेबसाइट पर आज की पोस्ट में हम बात करेंगे मोती का बिज़नेस (Moti ka Business Kaise Start Kare) आज के वक्त में युवाओं का रुझान धीरे धीरे नौकरी की जगह बिजनेस में होता जा रहा है। अगर आप भी कोई बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो आप मोती (Pearl Business) का बिजनेस कर सकते हैं क्योंकि आज के तारीख में pearls की डिमांड भारत के अलावा विदेशों में बहुत ही ज्यादा है। 

इसलिए हम आपको इस आर्टिकल में मोती का बिजनेस कैसे शुरू करें? (moti ka business kaise kare) उसके लिए निवेश कितना करना होगा, आपको मुनाफा कितना होगा, उन सभी चीजों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े तो आइये शुरुआत से जानते है। 

Table of Contents

मोती की खेती क्या है? (What Is Pearl Farming in Hindi) 

देखिये मोती कई प्रकार के होते है। लेकिन अगर इसे प्रोडक्शन सिस्टम के आधार पर बात किया जाए तो ये मुख्य रूप से दो तरह के होते है पहला प्राकृतिक (Natural) एवं दूसरा कृत्रिम (Artificial). इसमें नेचुरल मोती उसे कहा जाता है जो सामान्यतः जंगलो या महासागर के तटों पर पाया जाता है और दूसरा कृत्रिम, जिसे एक फॉर्म में रियल ऑएस्टर (Oyster) के भीतर उत्पादन किया जाता है।

pearl farming business plan hindi

इसलिए जब भी कोई व्यक्ति मोती फॉर्मिंग की बात करे तो आप समझ जाना की वो Cultured pearl की बात कर रहा है। इसलिए कोई भी व्यापारी अगर इस तरह के बिजनेस करता है तो इसे ही मोती (Pearl Farming Business) कहा जाता है।

अब बात करते है। इसके उपयोग के बारे में, तो सामान्य तौर पर मोती का प्रयोग आभूषण बनाने में किया जाता है। साथ ही इसका उपयोग औषधि निर्माण में भी किया जाता है। जापान में मोतियों के चूर्ण से Calcium Carbonate की गोलियाँ तक बनाई जाती है। 

मोती जब बनकर तैयार किया जाता है तो इसे कई तरह के क्वॉलिटी में तैयार किया जाता है। मार्किट में इसकी कीमत इसकी गुणवत्ता के आधार पर तय की जाती है। सामान्य तौर पर प्रति कैरट मोती की कीमत 800-1000 रूपये के बिच होती है। आज के समय में इसकी डिमांड भारत के साथ साथ विदेशों में भी खूब है।

मोती का बिज़नेस कैसे करें? (Moti ka Business Kaise Start Kare)

आप मोती (Pearl) का बिजनेस कैसे शुरू करेंगे तो हम आपको बता दें कि इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले आपको एक तलाब किराए पर लेनी होगी, या अगर तालाब आपका खुद का है तो और भी अच्छा है। क्योंकि मोती को ऑएस्टर (Oyster) के अंदर डालकर तालाब में दल दिया जाता है और साथ ही तालाब में ऑक्सीजन भी दिया जाता है तभी जाकर बाद में मोती Pearls की प्राप्ति होती है। 

यही वजह है कि सरकार भी लोगों को मोती का बिजनेस करने के लिए 50% सब्सिडी भी दे रही है इसलिए इस बिजनेस की शुरुआत करना आपके लिए काफी सहज और सुविधाजनक है। आइये निचे मैं आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे कि आप Pearls का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं तो आइए जानते शुरुआत से। 

1. ट्रेनिंग प्राप्त करें

मोती क्या आप कोई सा भी बिजनेस शुरू करने की सोच रहे है तो सबसे पहले आपको उस बिजनेस का ट्रेनिंग लेना जरुरी है। क्यंकि आप जानते हैं ही है की दुनिया का कोई भी चीज में सुना ज्ञान के आधार पर अगर आप करेंगे तो आपको उस बिजनेस में फायदे की जगह नुकसान सहना पड़ सकता है।

इसलिए कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उसके बारे में व्यापक जानकारी और ट्रेनिंग लेना काफी आवश्यक है ट्रेनिंग आप नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र में जाकर प्राप्त कर सकते हैं। या इसकी ट्रेनिंग आप कोई इंस्टिट्यूट से या पहले से अगर कोई व्यक्ति Pearl farming का काम को कर रहा है तो आप उनसे भी ट्रेनिंग ले सकते है।  

2. स्थान का चुनाव करें

इसके लिए आपको सही जगह का चुनाव करना काफी आवश्यक है और साथ ही जहाँ पर भी आप जगह का चुनाव करेंगे तो वहाँ पर पानी प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध हो। क्यूंकि मोती की खेती के लिए पानी की आवश्यकता अधिक होती है। साथ ही ये ऐसी जगह पर होनी चाहिए जहां पर चोरी और डकैती होने की संभावना कम हो क्योंकि आप लोगों को मालूम ही है कि मोती की कीमत कितनी अधिक होती है। तो आप इसके लिए कोई अच्छी सी जगह को सेलेक्ट करें। 

3. फार्म स्थापित करें

आपको जगह का चुनाव करने के बाद आपको अपना फार्म पर स्थापित करना होगा। और सर्जरी करने के लिए आपको एक या दो रूम का चाहिए होगा। साथ ही आपको तालाब का निर्माण भी करना होगा। इसके अलावा आप को कल्चर यूनिट स्थापित करना पड़ेगा।

4. Mussel या पर्ल ऑयस्टर का स्टोरेज 

अब आपको ऐसे व्यक्ति की तलाश करनी होगी जो पहले से ही pearls की फार्मिंग का बिजनेस कर रहा है ताकि आप  वहां से हेल्थी पर्ल ओयस्टर प्राप्त कर सके। या इसे आप खुद ही नदियों, झीलों, तालाबों इकठ्ठा कर सकते है और आप इसे कंटेनर, बाल्टी या फिर दूसरे बर्तन में भी पानी के साथ रख सकते हैं।

5. Mussel या पर्ल ओयस्टर को प्री कल्चर के लिए तैयार करना 

Mussel या पर्ल ऑयस्टर को स्टोरेज के बाद इसे प्री कल्चर के लिए तैयार किया जाता है। इसके लिए इसे कम से कम 2 से 3 दिनों तक सभी Mussel या Oyster को इकठ्ठा करके रखा जाता है। इस दौरान आपको 1 लीटर पानी में एक मूसेल को रखने की जरूरत होती है। तभी जाकर आप ओएस्टर को प्री कल्चर के लिए अच्छे से तैयार कर पाएंगे। 

6. इम्प्लांटेशन प्रक्रिया की शुरुआत करें

अब आपको इंप्लांटेशन की प्रक्रिया शुरू करनी होगी हम आपको बता दें कि इसकी प्रक्रिया स्थिति और वातावरण के अनुसार अलग-अलग होती है। सामान्य तौर पर इंप्लांटेशन तीन प्रकार का होता हैमेंटल कैविटी इंप्लांटेशन, मेंटल टिशु इंप्लांटेशन और गोंडल इंप्लांटेशन।

7. ओयस्टर की पोस्ट ऑपरेटिव

जो जो ओएस्टर इम्प्लांटेशन की प्रक्रिया गुजर जाते है। उन्हें पोस्ट ऑपरेटिव देखभाल के लिए यूनिट में रखा जाता है। इसके लिए नायलॉन से बने बैग का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया में 10 से 12 दिनों का समय लगता है

और उस दौरान इन्हें एंटीबायोटिक ट्रीटमेंट भी दिया जाता है और साथ ही इन्हें प्राकृतिक फ़ूड भी दिया जाता है। और इस दौरान इसे समय समय पर निरीक्षण किया जाता है की कही किसी ओएस्टर की मृत्यु तो नहीं हो गई अगर किसी ओएस्टर की मृत्यु हो गई हो तो उसे वहां से हटा देना चाहिए ताकि दूसरे ओएस्टर ख़राब ना हो। 

8. तैयार ओयस्टर को तालाब में रखें

इसके बाद तैयार ओएस्टर को तालाब में रखा जाता है हालांकि तालाब के अंदर भी इन्हें नायलॉन बैग में भरकर ही डाला जाता है और प्रत्येक थैले के अंदर 2 Mussel रखे जाते हैं और इसे तालाब के अंदर सीधे तौर पर नहीं रखा जाता है बल्कि बांस के डंडे या पाइप के द्वारा इन्हें तालाब में टांग दिया जाता है।

इस प्रक्रिया के दौरान जैविक खाद का इस्तेमाल किया जाता है साथ ही समय-समय पर Mussel की देखभाल भी की जाती है। और समय समय पर बैगो की सफाई भी करते रहे। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 1 हेक्टेयर की जगह में 25000 से लेकर के 30000 मुसेल कल्चर किए जाते सकते है। 

9. हार्वेस्टिंग की प्रक्रिया 

मोती फार्मिंग बिजनेस में कल्चर पीरियड खत्म हो जाने के पश्चात Mussel को हार्वेस्ट किया जाता है। इस प्रक्रिया में मोती को Mussel के Mantle Tissue से बाहर निकाला जाता है। इन सभी प्रक्रिया के बाद मोती तैयार किया जाता है और अब आप मोती को बाजार में बेच सकते है। 

मोती के बिजनेस में निवेश कितना करना होगा

अगर आप मोती का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आपको निवेश कितना करना होगा ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप इस बिजनेस को किस पैमाने पर शुरू कर रहे हैं अगर आप इसे छोटे पैमाने पर शुरू कर रहे हैं तो यहां पर आपको कम से कम 100000 रूपये का निवेश करना होगा। 

और वही अगर आप इस बिजनेस को बड़े पैमाने पर शुरू करने की सोच रहे है तो यहाँ पर आपको 600000 रूपये तक की राशि निवेश करने होंगे। अगर आप मोती का बिज़नेस बड़े स्केल पर करने जा रहे है तो सबसे पहले आपको एक तालाब खुदवाना पड़ेगा।

इसके साथ ही ओएस्टर को सर्जरी करने के लिए आपको कल्चर यूनिट भी स्थापित करना पड़ेगा। सर्जिकल रूम में आपको तमाम की चीजे जैसे टेबल, कुर्सी चाहिए होगा और साथ ही इस बिज़नेस में आपके साथ काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी एक रूम बनवाना होगा। 

मोती के बिजनेस को शुरू करने के लिए लोन कैसे मिलेगा?

मोती का बिजनेस अगर आप शुरू कर रहे हैं और आपके पास पैसे नहीं है तो आप चाहे तो बैंक से लोन के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। आज के समय में भारत में कई कृषि संबंधित बैंक है जो मोती का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको आसानी से लोन प्रदान करती हैं और सरकार के द्वारा सब्सिडी योजना भी लागू की गई है जिसके अंतर्गत आपको 50% तक की सब्सिडी दी जाएगी। 

मोती फार्मिंग बिजनेस में जोखिम (Pearl Farming Business Risk)

दुनिया का ऐसा कोई बिजनेस नहीं है जिसमें जोखिम नहीं है ऐसे में अगर आप मोती का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो इसमें भी जोखिम के संभावना प्रबल बनी रहती है क्योंकि अगर तालाब में कोई इंफेक्शन हो गया है तो आपने जितने भी ओएस्टर तालाब में डाले है वह सारे मारे जाएंगे।

और ऐसी स्थिति में आप को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है इसलिए इस बिजनेस में जोखिम की संभावना से बचने के लिए आप नियमित समय पर तालाब की देखभाल और साफ सफाई अच्छी तरह से करते रहे। 

मोती बिजनेस के लाभ क्या है?

  • मार्केट में एक मोती की कीमत ₹8 से लेकर ₹12 है और एक मिली मीटर से लेकर 20 मिलीमीटर मोती के दाम ₹300 से लेकर 1500 के बीच है इसलिए हम कर सकते हैं आप मोती का बिज़नेस कर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। 
  • आज के समय में डिजाइनर मोती को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है और इसकी मार्केट में अधिक डिमांड भी है। इसलिए इसकी काफी अच्छी कीमत मार्केट में प्राप्त होती है।
  • भारतीय बाजारों की तुलना में विदेशी मार्केट में इसकी डिमांड अत्यधिक है। वहां पर आपको भारी भरकम कीमत में मिलेगा मोती इसक प्रयोग सजावट की चीजें बनाने में भी किया जाता है और साथ ही pearls का इस्तेमाल इत्र का तेल निकालने के लिए भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसलिए लोकल मार्केट में तेजी के साथ मोती को बेचा जा सकता है.
  • और वही जापान जैसे देशो में तो इसके कैल्शियम कॉर्बोनेट की गोलियों भी बनाई जाती है। तो आप समझ सकते है इसकी कितनी डिमांड है देश विदेश में। 

मोती फार्मिंग बिजनेस में  कितने कर्मचारी चाहिए होंगे

इस बिजनेस को अगर आप शुरू कर रहे हैं तो आप एक या दो कर्मचारी रख सकते हैं ताकि आप अपने बिजनेस का संचालन अच्छी तरह से कर सके। आप जो कर्मचारी यहां पर काम में रखेंगे उनको वेतन आप घंटे या महीने के अनुसार दे सकते हैं।

क्योंकि इस प्रकार के बिजनेस में तालाब की देख रख रखाव और देखभाल करने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है क्यूंकि जो भी ओएस्टर आपने तालाब में डाले है उसको प्राकृतिक फ़ूड और साथ ही ऑक्सीजन और तालाब की साफ सफाई नियमित समय पर करते रहना होगा। 

आप एक व्यक्ति को तलाब का रखरखाव और देखभाल करने की जिम्मेदारी दे सकते है और दूसरा व्यक्ति आपके साथ रहेगा ताकि आप बिजनेस को अच्छी तरह से मैनेज कर सके। 

मोती फार्मिंग बिजनेस के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन 

चुकीं मोती फार्मिंग बिजनेस एक व्यापारिक बिज़नेस में आता है तो इसके लिए आपको कमर्शियल बिजली का कनेक्शन लेना होता है। इसके साथ ही अगर आप मोती फार्मिंग का व्यापर किसी कंपनी के साथ मिलकर कर रहे है।

तो आपको अपने लोकल नगर निगम, नगरपालिका से या अपने ग्राम पंचायत के मुखिया के द्वारा जारी की गई NOC सर्टिफिकेट भी होना जरुरी है। और साथ ही आपके पास तमाम तरह के डाक्यूमेंट्स भी होना चाहिए जैसे आपके पार्टनर कंपनी के साथ किया गया एग्रीमेंट की फोटो कॉपी इत्यादि। 

मोती फार्मिंग बिजनेस की मार्केटिंग (Pearl Farming Business Marketing

देखिये आप कितना भी अच्छा प्रोडक्ट क्यों न बना ले, जब तक आप उसकी मार्केटिंग सही तरीके से नहीं करेंगे तब आप उस प्रोडक्ट को आम लोगो तक नहीं पहुंचा पाएंगे। कोई भी बिजनेस सफल तभी होगा जब आप उसकी मार्केटिंग अच्छी तरह करेंगे। 

ऐसे में अगर आप मोती बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आपको अपने बिजनेस की मार्केटिंग अच्छी तरह करनी होगी इसके लिए आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आज की तारीख में सोशल मीडिया में प्रचार प्रसार करना बिल्कुल फ्री है ऐसे में आप अपने बिजनेस का यहां पर प्रमोशन फ्री में कर सकते हैं और साथ में अगर आपके पास कुछ पैसे हैं तो आप लोकल टीवी चैनल में छोटे मोटे विज्ञापन भी दे सकते हैं ताकि लोगों को मालूम चल सके कि आप मोती का बिजनेस करते हैं और आपको अच्छा कस्टमर बेस मिल सके।

FAQ’s – मोती का बिजनेस कैसे शुरू करें? (Pearl farming business plan hindi)

Q. एक मोती कितने में बिकता है?

Ans – आज के समय में एक मोती की बाज़ार में कीमत 300 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक है। दरअसल मोती की कीमत उसकी गुणवत्ता पर निर्भर करती है। और अगर वही अच्छी गुणवत्ता एवं डिजाइनर मोतियों की अंतरराष्ट्रीय मार्किट में कीमत 10,000 रुपए तक हो सकती है।

Q. मोती बनाने के लिए क्या चाहिए?

Ans – समुद्र के अंदर रहने वाले एक जलिय जिव जिसे घोंघा (Oyster) कहा जाता है। मोती इसी के द्वारा बनाया जाता है। ये एक मजबूत कवर के अंदर रहता है जिसे सीप कहा जाता है। इसी सीप के अंदर मोती बनता है। सीप में जब कोई रेत कण अंदर जाता है तो ओएस्टर इस कण पर सीप के पदार्थ की परत चढाने लगता है और ये परत कैल्शियम कार्बोनेट की होती है।

Q. मोती फार्मिंग बिजनेस शुरू करने के लिए कितना निवेश करना होगा?

Ans – ये आपके खेती के स्तर पर निर्भर करता है। यहां पर आपको कम से कम 100000 रूपये का निवेश करना होगा और वही अगर आप इस बिजनेस को बड़े पैमाने पर शुरू करने की सोच रहे है तो आपको 600000 रूपये तक की राशि निवेश करने होंगे। 

Q. मोती फार्मिंग बिजनेस को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

Ans – पर्ल फॉर्मिंग बिजनेस

आज आपने क्या सीखा –

आज के इस लेख मोती का बिजनेस कैसे शुरू करें? (moti ka business kaise kare) में आपने जाना की मोती की खेती कैसे की जाती है। मोती की खेती करने में क्या क्या दिक्कतों का सामना  करना पड़ता है इसकी लागत क्या है, इसमें कितना प्रॉफिट होता है। 

अगर आप भी मोती की खेती करना चाहते है तो बेशक आप ये कर सकते है और अच्छी इनकम कर सकते है। बाकि ये आर्टिकल आपको जरा सा भी पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ साथ सोशल मीडिया साइट्स पर भी जरूर शेयर करे, किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव के लिए आप कमेंट कर सकते है, धन्यवाद !

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नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. यहाँ पर मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करता हूं। ये ब्लॉग आपको बिज़नेस आइडियाज, मेक मनी, इन्वेस्टमेंट, फाइनेंस और अन्य प्रकार की जानकारिया देता है।
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